बीमा सूचना ब्यूरो की ओर से तैयार की गई रेफरल दरों के आधार पर सभी बीमा कंपनियों ने हाल में अपने प्रीमियम में 3 गुणा तक की वृद्धि कर दी है। इस आधार पर बीमा दरों में 1 जनवरी 2020 से प्रीमियम की दरें बदल गई हैं। भारतीय बीमा विनियामक विकास प्राधिकरण ने भारतीय बीमा सूचना ब्यूरो की सिफारिश के अनुसार विभिन्न ऑक्यूपेंसी में अलग-अलग रेफरल दरें तैयार की थीं जिसे हाल में लागू कर दिया गया है। जोधपुर में सबसे अधिक असर अग्नि बीमा करवाने वाली हैंडीक्राफ्ट इकाइयों पर पड़ेगा।
अग्नि बीमा के तहत व्यवसायी अपनी इकाई के भवन, उत्पाद, कच्चे माल व फर्नीचर आदि का इंश्योरेंस करवाता है। शहर की हैंडीक्राफ्ट व अन्य इकाइयां अग्नि सुरक्षा की खामियों व लापरवाही की वजह से कई बार अग्नि का शिकार हो जाती हैं। वहीं आंकड़ों के अनुसार राज्य में सबसे अधिक आग लगने की घटनाएं भी जोधपुर की हैंडीक्राफ्ट यूनिट्स में होती हैं। इन यूनिट्स में वुडन मटीरियल व पॉलिश व केमिकल के अलावा लकड़ी के बुरादे, स्पिरिट, पैकिंग मटीरियल तथा कच्चे पक्के शेड्स की वजह से आग तेजी से फैलती है। आंकड़ों के अनुसार पिछले 3 वर्षों में जोधपुर के औद्योगिक क्षेत्र में हुए फायर एक्सीडेंट में से सबसे ज्यादा हैंडीक्राफ्ट फैक्ट्रियों में हुए हैं। अग्नि बीमा के प्रीमियम की पहल की रेट 0.425 पैसे प्रति हजार रुपए थी, जिसे बढ़ाकर 1.51 प्रति हजार रुपए कर दिया गया है। इसका अतिरिक्त भार हैंडीक्राफ्ट सहित सभी उद्योगों पर पड़ेगा।
ज्यादा आग का यह भी कारण
हैंडीक्राफ्ट उद्योगों में लकड़ी के आइटम बनते हैं। अन्य साधनों के फिनिशिंग की वजह से बुरादा, फिनिश्ड आइटम्स पर की जानी वाली स्पिरिट युक्त पॉलिश तथा आइटम्स के पैकिंग मे उपयोग होने वाली पॉलिथीन सामग्री जोधपुर में हैंडीक्राफ्ट उद्योगों में फायर का मुख्य कारण रहती है। ऐसा नहीं है कि इन यूनिटस में अग्नि सुरक्षा उपकरण नहीं या उनको यूज लेना किसी को नहीं आता, लेकिन यूनिटस में अधिक ज्वलनशील मटीरियल की वजह से खतरा बढ़ जाता है।
केंद्रीय मंत्री ने दिया है आश्वासन
जोधपुर हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष भरत दिनेश ने बताया कि फायर इंश्योरेंस के प्रीमियम में की गई बढ़ोतरी के कारण यहां के व्यवसायियों पर मंदी के दौर मे अतिरिक्त भार पड़ा है। एक साथ प्रीमियम रेट में 3 गुणा वृद्धि अनुचित है। इन दरों के बढ़ने से हम पर वित्तीय भार बढ़ेगा। इस संबंध में केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र शेखावत को अवगत करवाया है। उन्होंने संबंधित मंत्रालय से बात कर राहत दिलवाने का आश्वासन दिया है।